छुपकर मेरी नज़र से, गुज़र जाईये मगर, बचकर मेरे ख्याल, से किधर जाईयेगा |
ज़िंदगी का हर वो रंग, दिलकश, लगता है जो आपके प्यार, में हम पर चढ़ता है |
कौन कहता है, मुलाकात, मेरी आज की है तू, मेरी रूह के अंदर, है कई सदियों से |
कुछ रिश्तों की चमक नहीं जाती, कुछ यादों की कसक नहीं जाती, कुछ दोस्तों से होता है ऐसा रिश्ता, के दूर रह कर भी उनकी महक नहीं जाती ।